तू मुझे अपने प्यार में इतना मजबूर ना कर ...,
मैं तुझ से दूर हो जाऊ ऐसी बात ना कर ...,
मैं तुझ से ही ना मिल पाऊ ...,
क़िस्मत मुझे इतना मशहूर ना कर ।।
चंद्र प्रकाश बहुगुना / माणिक्य / पंकज
।। सम्भावना ।। सम्भावना शब्द संस्कृत में सम उपसर्ग पूर्वक भू सत्तायाम् धातु से ण्यन्त् में ल्युट और टाप् प्रत्यय करने पर निष्पत्ति होती है । सम्भावना जीव...
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