तुम ना आए मिलने ,
मिलन को आँखें तरस गई ।
मेरी मजबूरी,लाचारी देख ,
गगन की आँखें बरस गई ।।
लोग चांद तक पहुंच गये ..... मैं बचपन के खिलौनों से खेलता हूं.... लोग इतने चालाक हो गये कि मत पूछ चन्दर .... मैं अभी भी हालातों के उख...
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