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सफाई मत देना

  ।।पर सफ़ाई मत देना ।।

तुम्हारी आँखें सब बयाँ करती हैं...
पर सफाई मत देना ...
तुम्हारे लब सब बोलते हैं ....
यूँ ही चुप रहो गुज़ारिश है ...
पर सफाई मत देना ....।।

तुम मिलने नहीं आती हो ....
में रंजो शराब में डूबा रहता हूँ ....
तुम्हारी इस देरी से आने की वजह पता है ....
पर सफाई मत देना ....

तुम्हारे शरीर ए जाम में न खोऊ न सही ...
पर इन जाम ए आँख में खोया हूँ खो जाने दो .....
तुम खोने न देना चाहो न सही ....
पर सफाई मत देना ....।।

माणिक्य बहुगुणा/पंकज/चंद्रप्रकाश

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